इंतज़ार रहता है...
लहराती जुल्फों का
उड़ती चुनरी का
महकती साँसों का
आपका ....
पल कटते नही...
बस ठहर जाते हैं...
जैसे इबादत करते हो,
तुम्हारे आ जाने का...
जैसे ओस जीती है,
सौंधी महक होती है...
इन्द्र धनुष झूमता है...
ख्याल घूमता है...
मुस्कान फैलती है...
नज़रें मिलती है...
तेरे साथ की तो,
बात ही इतनी होती है...
तुम आ जाते हो...
सदा के लिए यादों मे..
नीदों मे, ख्वावों मे
फ़िर भी इंतज़ार रहता है
बस तुम्हारा...
क्या खुशी है,
जिसका बयाँ नही
कोई लफ्ज़ नही,
जुबाँ नही...
बस खोया रहता हूँ
तेरे साथ ...
सबसे अलग
नशीले...
तेरे इंतज़ार मे...
~!दीपक
२१-११-२००७
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