इश्क के कुछ दुष्परिणाम....ना करो फिर भी आशिक तो बना ही देता है...
मैं तो इश्क का मर्ज़ बता रहा था ...
लोगो ने मुझे ही आशिक समझ लिया ...
फ़िर समझ आया,प्यार तो चंदन है ,
वो महक उठा, जिसने कर लिया...
और महका दिया उसे, जो किनारे हो लिया ...
इश्क की बात आशिक ही करता है...
सनम की बातें करने वाला, दीवाना हो लिया...
~!दीपक
११ दिसम्बर २००८
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